अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस की बड़ी तैयारी ,मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकारा

अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस की बड़ी तैयारी ,मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकारा

मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने बताया कि बुधवार को कांग्रेस द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी इससे पहले उन्होंने जानकारी दी कि कांग्रेस द्वारा प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है मध्यप्रदेश में 2011 के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ यह पहला अविश्वास प्रस्ताव है अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेश अध्यक्ष कमलनाथ के द्वारा बड़ी तैयारी की जा रही है वहीं शिवराज सिंह चौहान ने भी कांग्रेस द्वारा प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव से बचने के लिए अपनी सभी तैयारियां करनी है मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि नेता प्रतिपदा गोविंद सिंह को ऐसा प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के विरोध में लाना चाहिए था जिनकी शासनकाल में विधायक बगावत करने को मजबूर हुए थे गृह मंत्री ने कहा कि शिवराज सरकार किसी भी प्रस्ताव पर विस्तार पूर्वक चर्चा को हमेशा तैयार है विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम जो भी समय निर्धारित करेंगे सरकार उस समय सदन में किसी भी प्रस्ताव पर जवाब देने के लिए तैयार रहेगी साथ ही उन्होंने कहा विपक्ष से आग्रह है कि केवल सवाल शोर मचाने के लिए ना किए जाएं सरकार द्वारा इन सवालों के जवाब को भी ध्यान से सुना जाए

कांग्रेस ने सौंपा 51 सूत्रीय अविश्वास प्रस्ताव

अविश्वास प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस की बड़ी तैयारी ,मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव स्वीकारा
शिवराज सरकार के विरुद्ध मध्यप्रदेश में कांग्रेस का का विश्वास प्रस्ताव विश्वास

कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को 51 सूत्री अविश्वास प्रस्ताव दिया है कांग्रेसी नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा हमने 300 से अधिक बिंदु तैयार किए थे जो स्क्रुटनी की बाद अंतिम रूप से 51 बिंदुओं को तय किया गया है इन बिंदुओं में आवास, शिक्षा, केंद्र सरकार की योजनाओं में भ्रष्टाचार ,बेरोजगारी ,बिगड़ती कानून व्यवस्था आदि संबंधित विषयों को प्रमुखता के साथ उठाया गया है

विधानसभा में इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगी कांग्रेस

शीतकालीन सत्र के दौरान कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेरने के लिए जिन मुद्दों को प्राथमिकता दी है उनमें प्रदेश में अवैध शराब बिक्री, महाकाल लोक के पुनर्निर्माण में भ्रष्टाचार ,विपक्ष के विधायकों के साथ भेदभाव ,आदिवासी और अनुसूचित जनजाति के खिलाफ अत्याचार ,राज्य सरकार पर बढ़ता कर्ज और गौशालाओं की खराब स्थिति ,युवाओं में बेरोजगारी बढ़ती ,महंगाई जैसे प्रमुख मुद्दे हैं कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा पिछले 18 सालों के दौरान मध्यप्रदेश में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार रही है जिसमें अभी तक बुनियादी मुद्दों को हल करने में सफलता नहीं पाई और लंबी नाकामी का इतिहास रहा है राज्य में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है तथा राज्य में कांग्रेस के नेताओं की आवाज को दबाने के लिए सरकारी मशीनरी व्यवस्था का दुरुपयोग बढ़ता जा रहा है

मध्यप्रदेश विधानसभा की वर्तमान स्थिति पक्ष विपक्ष

वर्तमान में मध्यप्रदेश विधानसभा 230 सदस्यों में कांग्रेस के 96 विधायक हैं वही सत्तारूढ़ भाजपा के पास 127 विधायक हैं कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली चर्चा के लिए अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को चर्चा होने की संभावना है

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