मकर संक्रांति के दिन जबलपुर में मां नर्मदा के तटों पर  होगा श्रद्धालुओं का हुजूम

मकर संक्रांति के दिन जबलपुर में मां नर्मदा के तटों पर  होगा श्रद्धालुओं का हुजूम

मकर संक्रांति के दिन जबलपुर में मां नर्मदा के तटों पर  होगा श्रद्धालुओं का हुजूम
मकर संक्रांति जबलपुर नर्मदा तट

हिंदू मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति के पर्व में स्नान का अलग ही महत्व लोग मकर संक्रांति में प्रातः काल में पवित्र नदियों में स्नान कर पूजन पाठ दान आदि करते हैं 15 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन जबलपुर में मां नर्मदा के तटों पर नगर वासियों के द्वारा स्नान आदि कर पुण्य प्राप्ति के लिए पूजन पाठ कर सूर्य देवता को अर्घ्य प्रदान कर साधु बुजुर्गों शिक्षकों को तिल गुड़ और खिचड़ी दान की जाती है

प्रशासन द्वारा भी मकर संक्रांति में जबलपुर के ग्वारीघाट भेड़ाघाट तिलवारा घाट पर विशेष प्रबंध किया जाता है जिससे कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी और असुविधा ना हो

 Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार माना जाता है। भारत के अलग-अलग राज्यों में मकर संक्रांति को विभिन्न नामों से जाना जाता हैं  दक्षिण भारत में इस दिन को पोंगल के रूप में मनाया जाता है। मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव धनु राशि से निकलकर मकर में प्रवेश कर जाते हैं। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करना मकर संक्रांति कहलाता है I वैसे तो मकर संक्रांति बीते कई सालों से 14 जनवरी को मनाई जाती है, लेकिन पिछले दो-तीन सालों से मकर संक्रांति की तिथि को लेकर असमंजस की स्थिति बन जाती है साल 2023 में मकर संक्रांति की सही तिथि को लेकर थोड़ा संशय है। ऐसे में चलिए जानते हैं 

मकर संक्रांति 2023 मे कब मनाई जाएगी 

हिंदू पंचांग के अनुसार, ग्रहों मे प्रिय सूर्य 14 जनवरी 2023 की रात्रि 8 बजकर 21 मिनट पर मकर राशि में गोचर करेंगे। उदया तिथि 15 जनवरी को प्राप्त हो रही है। क्योंकि हिंदू पंचांग में उदया तिथि की सर्वश्रेष्ठ मान्यता है इस आधार पर मकर संक्रांति नए साल में 15 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी।

मकर संक्रांति 2023 पूजन पाठ विधि

मकर संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर पवित्र मां नर्मदा के तटों पर जाकर  में जाकर स्नान करें। तेल एवं बेसन का पेस्ट बनाकर स्नान करें स्नान आदि के बाद ताम्र पात्र में जल लेकर उसमें काला तिल, गुड़ का छोटा सा टुकड़ा और जल लेकर सूर्यदेव के मंत्रों सूर्य देवता नमः का जाप करते हुए अर्घ्य दें। इस दिन सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ ही शनिदेव को भी जल अर्पित करें। इसके बाद गरीबों को तिल और खिचड़ी का दान करें।

मकर संक्रांति के दिन यह उपाय करने से मिलती है समृद्धि

मकर संक्रांति के दिन अगर आप घर से बाहर नहीं जा पा रहे हैं तो घर पर ही पानी में काली तिल और गंगाजल मिला कर स्नान करें। इससे सूर्य की कृपा होती है और कुंडली के ग्रह दोष दूर होते हैं। सूर्य और शनि दोनों की कृपा मिलती है, क्योंकि इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनि के घर मकर में प्रवेश करते हैं। 

सूर्य हर माह मेष से लेकर मीन राशि में गोचर करता है इसलिए हर माह संक्रांति होती है। सूर्य के मकर में गोचर करने को मकर संक्रांति कहते हैं, लेकिन अब परंपरा और प्रचलन से यह माना जाने लगा है कि सूर्य के मकर में प्रवेश करते ही सूर्य उत्तरायण हो जाता है

मकर संक्रांति 2023 का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल सूर्य 14 जनवरी 2023 की रात 8 बजकर 21 मिनट पर मकर राशि में गोचर कर रहे हैं। लेकिन रात में स्नान दान नहीं किया जाता है, इसलिए उदया तिथि को देखते हुए इस साल मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन दान-पुण्य करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति पर दान पुण्य के अलावा कुछ कार्य करने की मनाही भी है। चलिए जानते हैं मकर संक्रांति के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं…

मकर संक्रांति पर क्या करें ?

पवित्र नर्मदा तट पर करें स्नान 

मकर संक्रांति के दिन पवित्र मां नर्मदा के तटों ग्वारीघाट तिलवारा घाट भेड़ाघाट  में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिल जाती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।  आप नर्मदा तट निवासी है मां नर्मदा जी की महिमा अपार है आप स्नान कर पुण्य प्राप्ति कर सकते हैं मां नर्मदा के दर्शन मात्र से कल्याण प्राप्ति होती है 

सूर्य को अर्घ्य – सूर्य देवता को चाहा है जल

मकर संक्रांति पर सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर चलते हैं। ऐसे में सूर्य के उत्तरायण होने पर इनकी पूजा-पाठ का महत्व बढ़ जाता है। इस दिन सूर्यदेव की विशेष पूजा अर्चना करें। पूजा के बाद जल में कुमकुम व काले तिल डालकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें। इससे भगवान सूर्य की कृपा से वैभव, यश व बल की प्राप्ति होगी।

मकर संक्रांति में दान का महत्व 

हिंदू धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, मकर संक्रांति पर दान पुण्य करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि इस दिन किया गया दान सीधे भगवान को समर्पित होता है। ऐसे में मकर संक्रांति पर ब्राह्मणों, गरीब व जरूरतमंदों को दान जरूर करना चाहिए। इस दिन दान करने से समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ती है।मकर संक्रांति के दिन गुड काली तिल मूंग और चावल की सीधी खिचड़ी शनिदेव को तेल का दान करें इन चीजों का दान, शनि और राहु दोष से मिलेगी मुक्ति।

मकर संक्रांति पर क्या न करें?

  • तामसिक भोजन का सेवन न करें
  • शास्त्रों के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन किसी भी तरह के नशे जैसे सिगरेट, शराब, गुटका आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
  •  साथ ही इस दिन मसालेदार भोजन का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
  •  इस दिन तिल और मूंग दाल की खिचड़ी का सेवन करना अच्छा माना जाता है।

साधु एवं बुजुर्गों का ना करें अपमान

मकर संक्रांति के दिन यदि आपके घर पर कोई भिखारी, साधु, बुजुर्ग या असहाय व्यक्ति आता है, तो उसका अपमान न करें और न ही उसे घर से खाली हाथ न जाने दें। अपने सामर्थ्य के अनुसार उसे कुछ न कुछ दान देकर ही विदा करें।

स्नान के पहले कुछ भी न खाएं

मकर संक्रांति के दिन स्नान का विशेष महत्व आप स्नान करते समय तिल और बेसन का उबटन बनाकर शरीर में लेप करें 

       मकर संक्रांति के मां नर्मदा नदी में स्नान और दान करके ही कुछ खाना चाहिए। वहीं यदि आपके आस-पास कोई नदी नहीं है तो आप घर पर ही नहाकर दान करें फिर कुछ भी खाए पीएं।

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