मध्यप्रदेश में ठंड का प्रकोप शीत लहर और कोहरे की संभावना
मध्य प्रदेश में अब शीतलहर का असर दिखने लगा है, प्रदेश के ज्यादातर जिलों में अब दिन में भी अच्छी ठंड महसूस हो रही है। प्रदेश के कई जिलों में सुबह के वक्त घना कोहरा छाया रहता है, जिससे ठंड का एहसास होता है, वहीं कई जिलों में सुबह के वक्त तापमान 7 से 8 डिग्री तक पहुंच गया।
मध्य प्रदेश में शीतलहर की शुरुआत

मध्य प्रदेश में आने वाले दिनों में शीतलहर चलने की पूरी संभावना है, जबकि कई जिलों में शीतलहर का प्रभाव दिख भी रहा है। क्योंकि यहां दिन और रात के तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। मौसम विभाग ने कई जिलों में शीतलहर को लेकर अलर्ट भी जारी किया है मध्य प्रदेश में नए साल का स्वागत कड़ाके की ठंड और कोहरे के साथ होने की उम्मीद है। अगले 24 घंटे में 8 जिलों भिंड, मुरैना, श्योपुर, ग्वालियर, दतिया, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में कोहरे का असर दिखाई देगा,इसके लिए एमपी मौसम विभाग (MP Meteorological Department) ने यलो अजर्ट जारी किया है।वही प्रदेश के सभी जिलों में मौसम शुष्क रहेगा और 16 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। 30-31 दिसंबर को तापमान-कोहरे में वृद्धि के आसार है।
नौगांव रहा मध्य प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान
बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश का नौगांव सबसे ज्यादा ठंडा रहा, नौगांव में तापमान 7 डिग्री तक पहुंच गया, वहीं रायसेन, पचमढ़ी, दमोह, सागर, उमरिया, खुजराहो, गुना, दतिया, रीवा और ग्वालियर में भी तापमान तेजी से नीचे लुढ़का। वहीं अब मालवा अंचल के जिलों में भी तापमान गिरना शुरू हो गया है, जिससे यहां भी ठंड बढ़ रही है। प्रदेश में ठंड का असर अब तेज होता दिख रहा है।
पश्चिमी विक्षोभ दिखाएगा अपना असर
एमपी मौसम विभाग (MP Weather Today) के अनुसार, हवाओं का रुख उत्तरी व उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है और एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो रहा है, इसके आगे बढ़ने से हवा के ऊपरी भाग के चक्रवात के रूप में परिवर्तित होती ही तेज सर्दी पड़ेगी। ग्वालियर में अगले 24 घंटे में न्यूनतम तापमान स्थिर रहने के आसार हैं। 2 जनवरी से न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी। रात के साथ-साथ दिन में भी बर्फीली हवा चलेगी और कंपकपाने वाली ठंड का असर दिखाई देगा।मध्य प्रदेश मौसम विभाग (MP Weather Forecast) की माने तो वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान व उससे लगे पाकिस्तान के आसपास बना हुआ है। इसके कारण उत्तरी भारत में बर्फबारी व बूंदाबांदी होगी। इसके असर से 29 व 30 दिसंबर को तापमान में बढ़ोतरी होगी। 29 दिसंबर को सक्रिय हो रहे नए सिस्टम का असर 31 दिसंबर तक रहेगा। 30 और 31 को तापमान बढ़ सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के जाने के बाद फिर तेजी से पारा गिरेगा और नए साल में ठंड बढ़ेगी, कई जिलों में शीतलहर का असर भी दिखाई देगा