मध्यप्रदेश में आसान नहीं गुजरात फार्मूला ,कई दिग्गज नेताओं के काटने होंगे टिकट ,बगावत थामना आसान नहीं

मध्यप्रदेश में आसान नहीं गुजरात फार्मूला ,कई दिग्गज नेताओं के काटने होंगे टिकट ,बगावत थामना आसान नहीं

गुजरात फार्मूला जिसकी चर्चा मध्य प्रदेश बीजेपी में जोरों पर

मध्यप्रदेश में गुजरात फार्मूला लागू किया जाता है तो बड़े स्तर पर मध्य प्रदेश में वर्तमान विधायकों के टिकट काटने होंगे जिससे विधायक की बगावत करने की संभावना बनती है  जिससे पार्टी को संभालना मुश्किल हो जाएगा इसका मुख्य कारण यह है कि गुजरात में जब बड़े विधायकों को बैठाने की बात सामने आई है पीएम मोदी ने स्वयं बीजेपी के बड़े नेताओं को फोन कर यह सूचना दी पीएम मोदी जैसे बड़े कद के फायदे किसी नेता के द्वारा गुजरात में विरोध दर्ज नहीं किया गया तथा कई बड़े नाम विजय रुपाणी पूर्व सीएम नितिन पटेल डिप्टी पूर्व सीएम जैसे कई बड़े नेताओं की उम्मीदवारी समाप्त की गई  इसके विपरीत अगर मध्य प्रदेश में गुजरात फार्मूला अपनाकर वर्तमान बड़े नेताओं की टिकट काटी जाती है तो बीजेपी विधायकों नेताओं का बगावत करना तय होना जिसे संभालना मुश्किल काम होगा ऐसा ही हिमाचल प्रदेश में भी देखा गया था जब बीजेपी के लगभग 20 से ज्यादा बागी नेताओं ने  हिमाचल प्रदेश में बीजेपी का खेल बिगाड़ दिया परंतु इसके विपरीत गुजरात में 31 से अधिक विधायकों की टिकट काटने पर भी मोदी जैसे बड़े व्यक्तित्व के सामने कोई विधायक बागी बनने का सोच भी नहीं सका इसके विपरीत वर्तमान मध्यप्रदेश में बीजेपी में  अनेक ध्रुव बन चुके हैं मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान कैलाश विजयवर्गीय ज्योति राजे सिंधिया नरोत्तम मिश्रा नरेंद्र सिंह तोमर जैसे कई बड़े नाम आते हैं जिनके अपने समर्थक  हैं तथा उनका एक क्षेत्र विशेष में अलग प्रभाव है जिसके कारण इन्हें नजरअंदाज करना बीजेपी गठबंधन के लिए घातक सिद्ध होगा ऐसे में बीजेपी शीर्ष नेतृत्व को विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के समय अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है स्थानीय स्तर पर विरोध के बावजूद कुछ बड़े नामों की टिकट कटने पर भितरघात होने की संभावनाएं हैं

मध्यप्रदेश में आसान नहीं गुजरात फार्मूला ,कई दिग्गज नेताओं के काटने होंगे टिकट ,बगावत थामना आसान नहीं
मध्यप्रदेश में गुजरात फार्मूला

मध्य प्रदेश में बीजेपी ने करवाया सर्वे

मध्यप्रदेश में बीजेपी केंद्रीय संगठन में अनेक स्तरों पर सर्वे करवाया है विधायकों के प्रदर्शन को परखने के लिए थ्री लेयर सर्वे करवाया जिसके चलते नवंबर महीने में हुई बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चर्चा की जिसमें उन्होंने विधायकों को अपना आचरण और व्यवहार में सुधार करने की सलाह दी तथा शिवराज सिंह चौहान द्वारा विधायकों एवं मंत्रियों को अपना रिपोर्ट कार्ड तैयार करने की भी सलाह दी जिसके आधार पर उनके कार्य की समीक्षा की जा सके उनके द्वारा अपने क्षेत्रों में किए गए कार्यों की  प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी संबंधित विभागों के मंत्रियों को भी अपनी प्रगति रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं जिससे उनके कार्यों की समीक्षा की जा सके जिसके आधार पर पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में विधायकों के परफॉर्मेंस के आधार पर टिकट वितरण कर सकती है

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