Jabalpur ke dumna airport ka naya terminal taiyar

जबलपुर के डुमना हवाई अड्डे का नया टर्मिनल तैयार-मार्च 2023 तक चालू होने की उम्मीद  Jabalpur ke dumna airport ka naya terminal taiyar

Jabalpur ke dumna airport ka naya terminal taiyar
Jabalpur ke dumna airport ka naya terminal taiyar

मध्य प्रदेश के जबलपुर स्थित हवाई अड्डे (Jabalpur ke dumna airport) को दिसंबर 2022 तक नया टर्मिनल भवन मिलने की उम्मीद है इसका निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है तथा इसकी आंतरिक सज्जा कार्य किया जाता है जिसमें मध्य प्रदेश की संस्कृति एवं कला की झलक स्पष्ट रूप से देखने को मिलेगी  जिसका उद्देश्य यहां बाहर से आने वाले पर्यटक एवं सैलानियों को मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत सभ्यता एवं पर्यटन स्थलों से परिचित कराना है टर्मिनल में उद्देश्यों की पूर्ति के हिसाब से इसकी साज-सज्जा की जा रही है जिससे कि स्थानीय कला एवं संस्कृति को बढ़ावा दिया जा सके विश्वस्त सूत्रों से जानकारी के आधार पर यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि दिसंबर 2022 तक टर्मिनल पूर्ण रूप से निर्मित तथा नए टर्मिनल के मार्च 2023 तक चालू होने की उम्मीद जताई जा रही है

जबलपुर स्थित हवाई अड्डे (Jabalpur ke dumna airport) का टर्मिनल मार्च 2023 तक चालू

 पर्यटकों के बढ़ते दबाव को देखते हुए तथा भविष्य में पर्यटकों की संख्या को व्यवस्थित एवं संचालित करने के उद्देश्य से यह कार्य किया जा रहा है जिसके अंतर्गत नए टर्मिनल का विकास किया गया है जिसमें एक नया एटीसी टावर जिसकी ऊंचाई 28 मीटर है तथा यह सभी आधुनिक सुविधाओं के साथ तकनीकी ब्लॉक जी प्लस 3 , फायर स्टेशन श्रेणी VII, एबी 320 प्रकार के विमानों के संचालन को पूरा करने के लिए रनवे संबंधित सभी कार्यों का विस्तार आवश्यकता अनुसार किया जा रहा है

 शहर में बढ़ते पर्यटन  के विकल्पों तथा शहर के चारों ओर लगे पर्यटन स्थलों जैसे कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान , सतपुड़ा नेशनल रिजर्व , पेंच राष्ट्रीय उद्यान , बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान ,भेड़ाघाट , पचमढ़ी हिल स्टेशन आदि के कारण बढ़ते दबाव को देखते हुए तथा यात्रियों के यातायात में होने वाली वृद्धि को ध्यान में रखते हुए नई एवं बेहतर सेवाएं प्रदान करने के हिसाब से सारी आधुनिक सुविधाओं से इस हवाई अड्डे को संपन्न किया जा रहा है

 मध्य प्रदेश सरकार द्वारा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को 2015 में विकास कार्यों को गति प्रदान करने के लिए 483 एकड़ भूमि दी गई थी इस प्रकार वर्तमान में जबलपुर हवाई अड्डे में कुल 960 एकड़ भूमि उपलब्ध है 

इस हवाई अड्डे का निर्माण 1930 में ब्रिटिश काल के दौरान किया गया था वर्तमान में रनवे एअरबस A-320 बोईंग 737-800 सहित  छोटे विमानों की क्षमता  रखता है यहां रात्रि में विमान उतरने की सुविधा डीबीओआर , बीएमआई , एनडीटीवी और सटीक दृष्टिकोण पथ संकेतक उपलब्ध है तथा हवाई अड्डे पर A-3203 B-373 तथा दो ATR-72  विमानों के पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है

डुमना हवाई अड्डे के टर्मिनल में व्यस्तता  के समय डेढ़ सौ यात्रियों को संभालने की क्षमता है यहां पर 4 चेक इन डेक्स और सुरक्षा के लिए x-ray मशीन भी उपलब्ध है

नए टर्मिनल  के निर्माण के बाद व्यस्तता के समय हवाई अड्डा 500 यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा इस परियोजना में 1988 मीटर से 2750 मीटर की दूरी तक रनवे का विस्तार किया जाएगा 14 किलोमीटर लंबी सीमा दीवार बनाई जाएगी तथा शहर को हवाई अड्डे से जुड़ने के लिए 5 किलोमीटर लंबी सड़क का भी निर्माण किया जा रहा है ईटीसी एटीसी नियंत्रण टावर निर्माण अपने अंतिम चरण में है जिसका निर्माण कार्य 13 अगस्त 2018 से परियोजना आधारशिला के साथ शुरू किया गया था

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