जबलपुर में बनेगी एमपी की सबसे बड़ी रिंग रोड-प्रतीकात्मक

इस शहर में बनेगी मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी रिंग रोड-भारत माला प्रोजेक्ट 

 जबलपुर में बनेगी एमपी की सबसे बड़ी रिंग रोड-प्रतीकात्मक
जबलपुर में बनेगी एमपी की सबसे बड़ी रिंग रोड-प्रतीकात्मक

मध्यप्रदेश में सबसे बड़े फ्लाई ओवर की सौगात के बाद अब जबलपुर को सबसे बड़ी रिंग रोड परियोजना की सौगात मिली है  7.5 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर तो जल्द ही बनकर तैयार होने वाला है और इसके साथ अब रिंग रोड के लिए भी एक हिस्से का काम शुरू करने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है 110 किलोमीटर लंबी इस रिंग रोड को केंद्र सरकार की भारतमाला परियोजना में शामिल किया गया है

रिंग रोड का विस्तार राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक –

NH-30 जबलपुर-रीवा ,

NH-34 जबलपुर-दमोह ,

NH-45 जबलपुर-भोपाल ,

NH-30 जबलपुर-नागपुर,

NH-30 जबलपुर-मंडला ,

NH-45 जबलपुर-अमरकंटक तक है उम्मीद की जा रही है कि बिना किसी व्यवधान के यह रिंग रोड जल्द ही आकार ले लेगी इसमें 16 किलोमीटर के हिस्से में सर्विस रोड बनाए जाना प्रस्तावित है

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने जबलपुर की रिंग रोड के दो हिस्सों का टेंडर जारी कर दिया है सभी तरह की स्वीकृति के बाद भेड़ाघाट रेलवे स्टेशन के नजदीक से पनागर तक 39 किलोमीटर तथा बरेला की शारदा माता मंदिर से तिलवारा के नजदीक मानेगांव तक 16 किलोमीटर के दो हिस्सों को पहले तैयार किया जाएगा ऐसी उम्मीद की जा रही है कि टेंडर प्रक्रिया 2 से 3 महीने में पूरी कर ली जाएगी तथा संभावना है कि जनवरी 2023 में इस महत्वाकांक्षी परियोजना का भूमि पूजन हो जाएगा जबलपुर रिंग रोड की कुल लंबाई 110 किलोमीटर होगी इसमें 55 किलोमीटर का एरिया पहले बनाया जा रहा है केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के निदेशक सोमेश पांचाल के अनुसार पहले चरण के प्रोजेक्ट को पूर्ण किया जाएगा  जिसके पहले दो हिस्सों के बनने पर रिंग रोड का लगभग 50%  भाग पूर्ण हो जाएगा 110 किलोमीटर लंबाई की रिंग रोड के जिस हिस्से का टेंडर जारी किया गया है  वह पनागर कुसनेर से बीटा गांव होते हुए नर्मदा नदी को क्रॉस करते हुए आगे भेड़ाघाट रेलवे स्टेशन तक 55 किलोमीटर के कुल 2 हिस्से दूसरे चरण में तैयार किए जाएंगे सूत्रों के अनुसार अभी इस हिस्से में निर्माण आरंभ करने से पहले भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी इस तरह शहर के चारों ओर एक रिंग के आकार की कुल 110 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण होगा जो आने वाले 25 सालों के लिए यातायात के दबाव को काम करेगी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की गाइड लाइन के अनुसार किसी भी सड़क संबंधी प्रोजेक्ट के लिए तब तक कार्य प्रारंभ नहीं किया जाता जब तक कि 80% भूमि उपलब्ध नहीं हो जाती रिंग रोड से संबंधित भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया अभी चालू है सबसे पहले बरेला से मानेगांव भेड़ाघाट स्टेशन से कुसनेर तक भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया लगभग अपनी पूर्णता की ओर है इसलिए यहां पर काम प्रारंभ करने के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है इस रिंग रोड के बनने से शहर के अंदर का यातायात दबाव कम हो जाएगा जो व्यक्ति पूर्व से पश्चिम  हिस्से में जाना चाहता है या फिर उत्तर से दक्षिणी हिस्से में जाना  चाहता है वह इसी रिंग रोड का उपयोग कर शहर से सीधे बाहर जा सकता है  रिंग रोड प्रोजेक्ट लगभग 3000 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट है यह सिक्स लाइन प्रोजेक्टजिसमें डेढ़ सौ फीट चौड़ाई लिए रिंग आकार की सड़क होगी इसके निर्माण में लगभग 3 साल लगेंगे यह रिंग रोड  जबलपुर शहर की दिशा एवं दशा बदलने में मील का पत्थर साबित होगा

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